देवरिया टाइम्स।केरल से पधारे पंडित राघवेंद्र शास्त्री ने मंगलवार को सलेमपुर के हरैया में छठवे दिन प्रवचन के दौरान कहा कि भागवत कथा पाप रूपी अंधकार को हरा कर मनुष्य को सत्य की राह दिखाती है। श्रीमद्भागवत कथा मनुष्य को जीवन जीने की कला सिखाती है। उन्होंने कहा कि भक्ति, ज्ञान, वैराग्य एवं मोक्ष का साधन भागवत कथा में बताए गए हैं। बिना सत्संग के विवेक नहीं होता है। विवेक शून्य व्यक्ति पशु के समान होते हैं।उन्होंने कहा कि पर्यावरण की सुरक्षा मानव का सबसे पावन धर्म है।पर्यावरण की सुरक्षा किए बिना प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा हो हीं नही सकती है।

मनुष्य,जानवर,पेड़ पौधे,पक्षी व मातृभूमि की सुरक्षा तभी हो सकती है,जब पर्यावरण की सुरक्षा की जाय।पौधरोपण करके प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा की जा सकती है।
पण्डित राघवेंद्र शास्त्री ने कहा कि कंस के अत्याचार से पृथ्वी पर लोग परेशान हो गए तब लोग भगवान से गुहार लगाने लगे।तब श्रीकृष्ण ने मामा कंस का बध कर मथुरा नगरी को कंस के अत्याचारों से मुक्ति दिला दी।

उक्त अवसर पर भाजपा जिलामंत्री अभिषेक जायसवाल,अजय दूबे वत्स,अशोक तिवारी,अनूप उपाध्याय,अनूप मिश्रा,राधिका देवी,सुभाषचंद्र दुबे,आशुतोष तिवारी आदि उपस्थित रहे।