देवरिया टाइम्स
बांस देवरिया स्थित पार्टी कार्यालय पर विधायक डॉ आशुतोष उपाध्याय, एमएलसी रामसुंदर दास निषाद, पूर्व विधायक गजाला लारी व जिलाध्यक्ष डॉ दिलीप यादव ने पत्रकारों से बातचीत की। नेताओं ने आरोप लगाया कि प्रशासन चाहता था कि सपा प्रत्याशी का नामांकन दाखिल न हो पाए, इसीलिए नियमों को ताक पर रखकर सपा नेताओं, प्रत्याशी के प्रस्तावक व प्रमुख लोगों को अंदर जाने से रोक दिया गया, जबकि भाजपा के तमाम नेताओं को अंदर जाने दिया गया। कार्यकर्ताओं ने प्रशासन के इसी पक्षपात का विरोध किया, जिस पर पुलिस ने हाथापाई की तथा लाठियां भांजी। यहाँ तक कि पूर्व विधायक गजाला लारी पर भी पुलिस ने लाठी चलाई। सपा प्रत्याशी का नामांकन रोकने में विफल पुलिस ने बौखला कर सपा नेताओं पर फर्जी तरीके से मुकदमा दर्ज कर दिया। यह कार्रवाई लोकतंत्र का गला घोंटने वाली है।

एमएलसी रामसुंदर दास ने कहा कि पँचायत चुनाव में जनता ने भाजपा को पूरी तरह नकार दिया है। इससे बौखला कर भाजपा पुलिस व प्रशासन दुरुपयोग कर रही है। विधायक डॉ आशुतोष उपाध्याय ने कहा कि प्रशासन ने 155 सपा नेताओं व कार्यकर्ताओं पर फर्जी केस दर्ज किया है। इसके जरिए अब सदस्यों को डराया धमकाया जा रहा है।

अगर इस दर्ज मुकदमें को वापस नहीं लिया गया तो चुनाव के बाद पार्टी बड़ा आंदोलन करेगी तथा मामले को न्यायालय तक ले जाएगी। पूर्व विधायक गजाला लारी ने कहा कि सीओ सिटी का व्यवहार काफी खराब रहा। सीओ न सिर्फ मेरे खिलाफ अपमानजनक शब्द का प्रयोग किया, बल्कि मेरे ऊपर लाठी चलाने का कार्य किया, जबकि मैं किनारे खड़ी थी।