देवरिया टाइम्स
बरहज तहसील क्षेत्र के नरसिंहडाड़ गांव में सस्ते गल्ले की दुकान का आवंटन निरस्त होने से नाराज कोटेदारों ने सोमवार को जिलापूर्ति अधिकारी विनय सिंह का उनके कार्यालय में घेराव किया। निरस्त दुकान को बहाल करने की मांग करते हुए डीएसओ को उनकी कुर्सी से उठने तक नहीं दिया। तीन घंटे तक डीएसओ को बाथरूम भी नहीं जाने दिया।

सुबह दस बजे बड़ी संख्या में कोटेदार कलेक्ट्रेट परिसर पहुंच गए। नरसिंहडाड़ गांव के कोटेदार संजय प्रसाद की दुकान निरस्त करने के विरोध में डीएसओ कार्यालय कक्ष के सामने हंगामा करने लगे। चंद मिनट के बाद वह डीएसओ चैंबर में घुस गए और उनका घेराव कर दिया। कोटेदारों का कहना था कि सत्ता पक्ष के एक नेता के इशारे पर दुकान निरस्त की गई है। ऑल इंडिया फेयर प्राइस शॉप डीलर एसोसिएशन ने तीन फरवरी को धरना दिया था।

दबाव में आए अधिकारी ने कोटेदारों की एक न सुनी। बंधक बने अधिकारी बाथरूम जाने के लिए कोटेदारों से आग्रह करते रहे। दोपहर एक बजे कोटेदार डीएसओ दफ्तर से बाहर निकले।