देवरिया टाइम्स। जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि जनपद में 20 मई से 20 जून तक वरासत दर्ज करने का विशेष अभियान चल रहा है। इसके तहत निर्विवाद वरासत प्राथमिकता के आधार पर दर्ज किया जाएगा। साथ ही राजस्व अधिकारियों को अपने क्षेत्र में एक भी निर्विवादित वरासत दर्ज करने के प्रकरण के लंबित नहीं होने का प्रमाणपत्र भी देना होगा। उन्होंने कहा कि इस कार्य को सभी अधिकारी शासन की मंशा के अनुसार क्रियान्वित करें। इसमें किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि 26 मई 2022 तक राजस्व/तहसील अधिकारियों द्वारा भ्रमण कर राजस्व ग्रामों में प्रचार-प्रसार तथा खतौनियों को पढ़ा जाना सुनिश्चित किया जाएगा। लेखपाल द्वारा वरासत हेतु प्रार्थना पत्र प्राप्त कर उन्हें ऑनलाइन भरा भी जाएगा।

27 मई से 31 मई तक क्षेत्रीय लेखपाल द्वारा ऑनलाइन जांच की प्रक्रिया के अनुसार आग्रह पर कार्यवाही की जाएगी। दिनांक 1 जून 2022 से 7 जून 2022 तक राजस्व निरीक्षकों द्वारा जांच एवं आदेश पारित करने की प्रक्रिया को पूर्ण किया जाएगा। 8 जून 2022 से राजस्व निरीक्षक निरीक्षक द्वारा नामांतरण आदेश को आर-6 में दर्ज करने के पश्चात खतौनी की प्रविष्टियों को भूलेख सॉफ्टवेयर में आद्यवधिक किया जाएगा।
दिनांक 15 जून 2022 से 17 जून 2022 तक जिलाधिकारी द्वारा प्रत्येक लेखपाल राजस्व निरीक्षक तहसीलदार तथा उप जिलाधिकारी से इस आशय का प्रमाण पत्र प्राप्त किया जाएगा कि उनके क्षेत्र के अंतर्गत स्थित राजस्व ग्रामों में निर्विवाद उत्तराधिकारी वरासत का कोई भी प्रकरण दर्ज होने से अवशेष नहीं है।

18 जून 2022 से 20 जून 2022 तक अभियान के अंतर्गत जनपद के प्रत्येक तहसील के 10% राजस्व ग्रामों को रैंडमली चिन्हित करते हुए उनसे अपर जिला अधिकारी उप जिलाधिकारियों व अन्य जनपद स्तरीय अधिकारियों द्वारा इस तथ्य की जांच कराई जाएगी कि निर्विवाद उत्तराधिकार का कोई प्रकरण दर्ज होने से शेष नहीं बचा है।