देवरिया टाइम्स।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने राजस्थान में डा. अर्चना शर्मा को आत्महत्या करने के लिए मजबूर किए जाने के विरोध में आवाज बुलंद की। कलेक्ट्रेट परिसर में धरना-प्रदर्शन किया। डाक्टरों का समूह प्रदर्शन करते हुए डीएम कार्यालय पहुंचा। डीएम आशुतोष निरंजन को मांगों का पत्रक सौंपा और डा. अर्चना को आत्महत्या के लिए मजबूर करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की। मांगों के पूरा नहीं होने पर आंदोलन को और तेज करने की चेतावनी दी।

चिकित्सकों ने धरना के दौरान कहा कि हमारी मांग है कि डा. अर्चना शर्मा को आत्महत्या के लिए मजबूर करने वालों के खिलाफ 302 के तहत मुकदमा दर्ज किया जाए। डाक्टर के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने वाले अधिकारियों को बर्खास्त किया जाना चाहिए। डा. अर्चना के स्वजन को सरकार उचित सहायता प्रदान करे। चिकित्सकों की सुरक्षा के लिए केंद्रीय कानून बनाने की मांग की। चिकित्सकीय मामलों में पुलिस प्रशासन को सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन का पालन करने का निर्देश पूरे देश में जारी किया जाना चाहिए।

आइडीए व नीमा संगठन के पदाधिकारी भी शामिल रहे। अध्यक्ष डा.विपिन बिहारी शुक्ल, सचिव डा. दाउद अंसारी, डा. शोभा शुक्ला, डा. शशि प्रभा, डा. दिव्या त्रिपाठी, कोषाध्यक्ष डा. अरविद मिश्र, संरक्षक डा. सुभाष शुक्ला, डा. सत्येंद्र तिवारी, डा. पवन त्रिपाठी, डा. करण अरोरा, डा. गुलाम नबी, डा. प्रमोद कुमार त्रिपाठी, डा. संतोष कुमार आनंद, डा. समीर यादव, डा. एचसी अरोरा, डा. एके राय, डा. जेएन पांडेय, डा. शांतनु जायसवाल, डा. नवेंदु राय, डा. उमाकांत पांडेय, डा. अविनाश कुमार सिंह, डा. शैली अरोरा, डा.डीके पांडेय आदि मौजूद रहे।