देवरिया टाइम्स।
जिले को 2025 तक टीबी मुक्त बनाने के लिए प्रत्येक दिन नये-नये प्रयास हो रहे हैं। इसी के तहत नगर पालिका सभागार में नगर पालिका अध्यक्ष अलका सिंह सहित वार्ड के सभासदों ने राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत 54 टीबी रोगियों को गोद लिया। गोद ले जा चुके मरीजों को निःक्षय पोषण योजना के लाभ के साथ भूना चना, सत्तू, सोयाबिन, गुड़, मूंगफली, बिस्किट आदि खाद्य पदार्थो का एक किग्रा का पैकेट भी दिया गया। वही कुछ टीबी मरीजों ने इलाज से संबंधित अपने अनुभव भी साझा किए।

इस दौरान नगर पालिका अध्यक्ष अलका सिंह ने सबसे अधिक 26 टीबी मरीजों को गोंद लिया।
नगर पालिका अध्यक्ष ने कहा कि टीबी कोई असाध्य बीमारी नहीं है। टीबी मुक्त भारत बनाने के लिए अभियान तेज कर दिया गया है। मरीजों की देखभाल के लिए उन्हें गोद लेने की योजना शुरू हुई है। इसमें कोई भी नागरिक एक या एक से अधिक मरीज को गोद लेकर उनकी देखभाल और मदद कर सकते हैं।

जिला क्षय रोग अधिकारी डा. सुरेंद्र चौधरी ने कहा कि टीबी मरीजों को गोद लेने का उद्देश्य सिर्फ उपचार मुहैया कराना नहीं है, बल्कि मरीजों की मदद करना है। टीबी मरीजों के स्वास्थ्य का ख्याल रखना हमारी प्राथमिकता है। अगर सही समय से बीमारी का पता चल जाए तथा उन्हें सही उपचार और पोषण दिया जाए तो इस बीमारी का इलाज हो सकता है। उन्होंने मौजूद लोगों से कहा कि अगर उनके आस पास कोई भी टीबी का मरीज़ है तो उसे क्षय रोग केंद्र अवश्य ले जाएं । वहां उन्हें उचित इलाज दिया जाएगा। क्षय रोग को तपेदिक या टीबी भी कहा जाता है। इसे प्रारंभिक अवस्था में ही नहीं रोका गया तो यह जानलेवा साबित हो जाता है। इसलिए लक्षण महसूस होते ही इलाज शुरू हो जाना चाहिए।
जिला क्षय रोग अधिकारी ने कहा कि जनपद में वर्ष 2018 में 3523, वर्ष 2019 में 4401, वर्ष 2020 में 3603, वर्ष 2021 में 3894 टीबी, 2022 अबतक 1751 से ग्रसित मरीज तलाशे गए हैं। टीबी से ग्रसित मरीजों की स्क्रीनिग में सरकारी कर्मियों और स्वयं सेवी संस्थानों ने भी सहयोग किया है।

एसीएमओ डॉ. बीपी सिंह ने कहा कि टीबी का मरीज पूरी तरह से ठीक हो जाता है, बशर्ते उसकी सही समय से पहचान हो और वह उचित दवा, उचित मात्रा में और उचित समय तक सेवन करे। कहा कि टीबी का लक्षण दिखते ही क्षेत्र की आशा या एएनएम से संपर्क कर या सीधे सरकारी अस्पताल जाकर जांच करवाना चाहिए। रेड क्रास सोसाइटी के अखिलेन्द्र शाही ने कहा गोद लेने वाले को उपचार के दौरान माह में एक से दो बार मरीज के घर भ्रमण करना है। भ्रमण में मरीज के हालचाल, उपचार और निक्षय पोषण योजना से संबंधित जानकारी लेनी है।
कार्यक्रम में रेड क्रास सोसाइटी के हिमांशु सिंह, टीवी विभाग से मान्धाता सिंह, सुनुल सिंह, रणजीत सिंह, अंकित सिंह, डीपीएमयू से विश्वनाथ मल्ल सहित सभी वार्डों के सभासद मौजूद रहे।