देवरिया टाइम्स
गूगल मीट के माध्यम से लोक निर्माण विभाग एवं आरईएस के कार्यो की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने स्पष्ट रुप से अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिया है कि वे ऐसे सहायक अभियंताओं व अवर अभियंताओं जिनके कार्य प्रगति असन्तोषजनक है, उन्हे चिन्हित करते हुए सूची उपलब्ध कराये, ताकि ऐसे शिथिल/लापरवाह अभियंताओं के विरुद्ध कार्यवाही की जा सके। उन्होने कहा कि निर्माण कार्य में किसी भी प्रकार की शिथिलता क्षम्य नही होगी। कार्य परियोजनाओं को समयबद्धता व गुणवत्ता के साथ हर हाल में पूर्ण किये जाये। इसमें जिस किसी भी स्तर पर शिथिलता या लापरवाही मिलेगी,उसके विरुद्ध कार्यवाही की जायेगी।

जिलाधिकारी श्री निरंजन ने यह भी निर्देश दिया कि जिन कार्य परियोजनाओं के लिये शासन से बजट की उपलब्धता होनी है, इसके लिये वे मेरे स्तर से पत्र लिखवाते हुए पैरवी कर धनराशि की उपलब्धता सुनिश्चित करायें और ऐसे कार्य परियोजनाओं को भी शुरु करायें। उन्होने यह भी कहा कि जो कार्य परियोजनाओं में 50 प्रतिशत से अधिक कार्य हो चुके हो, उसका सत्यापन जिला स्तरीय अधिकारियों की टीम गठित कर सीडीओ करायें। उन्होने यह भी कहा कि कोविड काल को लेकर अभी भी कार्यो को गति नही दी जा रही है तथा अभियंता गण क्षेत्रों में नही निकल रहे है, जो उनके शिथिलता का परिचायक है। इसके लिये उन्होने उन्हे आगाह करते हुए कहा कि वे फील्डों में जाये और कार्य परियोजनाओं के निर्माण कार्यो को गति दें। उन्होने यह भी कहा कि जिन कार्य परियोजनाओं में जमीन अनुपलब्धता या विवादित हो, उसके संबंधित अभियंता उप जिलाधिकारी से समन्वय कर उसकी रिपोर्ट देगें व समाधान करायेगें तथा अधिशासी अभियंता पीडब्लूडी इस तरह के प्रकरणो को मेरे संज्ञान में भी लायेगें।
इस बैठक में सीडीओ शिव शरणप्पा जीएन अधिशासी अभियंता अभियंता पीडब्लूडी कमल किशोर एवं अन्य संबंधित अभियंता गण आदि जुडे रहे।