देवरिया टाइम्स। जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने विकास भवन के गांधी सभागार में पशुपालन विभाग के कार्यों की समीक्षा की। बैठक में उन्होंने गो-आश्रय स्थल में रहने वाले पशुओं के लिए अनुबंध के आधार पर चारे की व्यवस्था करने का निर्देश दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि गर्मी के दृष्टिगत गोवंश को लू से बचाने के लिए सभी आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित कर ली जाए। इसमें किसी भी तरह की लापरवाही क्षम्य नहीं होगी।

जिलाधिकारी ने कहा कि शासन के निर्देशानुसार गोवंशों की वार्षिक आवश्यकता के अनुसार हरे चारे और चोकर की व्यवस्था कर ली जाए। चारे की व्यवस्था में आमजन का सहयोग भी लिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सभी ग्राम पंचायतों में गो आश्रय स्थल के लिए चारा दान में प्राप्त करने का अभियान चलाया जाए। उन्होंने कहा कि बढ़ती गर्मी के दृष्टिगत गो आश्रय स्थलों में शेड की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। सभी गो-वंश छाए में रहे और लू की स्थिति में तिरपाल का प्रयोग किया जाए। हरा चारा और पानी पर्याप्त मात्रा में गोवंशों के उपयोग के लिए रखा जाए।

जिलाधिकारी ने कहा कि सभी नगर निकाय अपने-अपने क्षेत्रों में घूमने वाले निराश्रित गोवंश को आश्रय स्थल पर पहुंचाने के लिए विशेष अभियान चलाएं। नगरीय क्षेत्र में निराश्रित गोवंश सड़क पर दिखे तो कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने सभी पशु चिकित्सालय में ओपीडी बढ़ाने का निर्देश दिया और कहा कि सभी डॉक्टर शासन द्वारा निर्धारित समय के अनुसार अपने कर्तव्य का निर्वहन करें।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी रवींद्र कुमार, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी पीएन सिंह, परियोजना निदेशक संजय पांडेय, डीपीआरओ अविनाश कुमार, ईओ नगर पालिका रोहित सिंह, अपर मुख्य अधिकारी ज्ञान धन सिंह सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद थे।