देवरिया टाइम्स। जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने आज दो गेहूं क्रय केंद्र का औचक निरीक्षण किया और गेहूं खरीद की प्रक्रिया को तेज करने के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा गेहूं खरीद राज्य सरकार की मंशानुरूप कृषकों के हित में की जाए। इसमें किसी भी तरह की कोताही न बरती जाए

जिलाधिकारी अपराह्न 1 बजे उसरा बाजार स्थित विपणन विभाग द्वारा संचालित क्रय केंद्र का निरीक्षण किया। क्रय केंद्र पर छायादार जगह न होने पर उन्होंने गहरी नाराजगी व्यक्त की और विपणन अधिकारी ज्योतिप्रकाश त्रिपाठी को किसानों की सुविधा के लिए तत्काल व्यवस्था करने का निर्देश दिया। निरीक्षण के समय तक क्रय केंद्र में 410 कुंतल गेहूं का क्रय हो चुका हो चुका था। इस दौरान उन्होंने स्टॉक रजिस्टर, बोरा रजिस्टर, क्रय पंजिका, निरीक्षण पंजिका, रिजेक्शन पंजिका का अवलोकन किया। इसके पश्चात जिलाधिकारी ने पीसीएफ द्वारा संचालित सोनूघाट चौराहा स्थित क्रय केंद्र का निरीक्षण किया और क्रय केंद्र प्रभारी देवानन्द राय को किसानों से संपर्क करने का निर्देश दिया। निरीक्षण के दौरान सभी केंद्रों पर दो इलेक्ट्रॉनिक कांटा, विनोइंग मशीन, नमी मापक यंत्र, छलना, पावर डस्टर आदि उपलब्ध मिले। जिलाधिकारी ने बताया कि न्यूनतम समर्थन मूल्य योजना के अंतर्गत जनपद में कुल 136 गेहूं क्रय केंद्र स्थापित किए गए हैं। सरकार द्वारा गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य ₹2015 प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है इस वर्ष गेहूं की खरीद 15 जून 2022 तक की जाएगी। छोटे किसानों का गेहूं प्राथमिकता के आधार पर खरीदा जाएगा। निरीक्षण के दौरान जिला खाद्य विपणन अधिकारी बीसी गौतम सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद थे।