देवरिया टाइम्स
देवरिया विधानसभा सीट पर सत्ताधारी भाजपा (BJP) के लिए मुश्किलें बढ़ गयी है. टिकट नहीं मिलने से खफा दिवंगत भाजपा विधायक जनमेजय सिंह (Janmejaya Singh) के बेटे ने निर्दल प्रत्याशी के तौर पर नामांकन दाखिल कर दिया है. टिकट की घोषणा से पहले इस बात के कयास तेज थे कि जनमेजय सिंह के बेटे को ही टिकट मिलेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. यूपी की 7 सीटों पर होने जा रहे विधानसभा उपचुनाव में अब बागी उम्मीदवार धीरे-धीरे सामने आने लगे हैं. सबसे बड़ी खबर देवरिया से आ रही हैं जहां भाजपा के बागी के तौर पर अजय प्रताप सिंह उर्फ पिंटू सिंह ने पर्चा दाखिल कर दिया है.

पिंटू सिंह दिवंगत भाजपा विधायक जनमेजय सिंह के बेटे हैं. जनमेजय सिंह के निधन के कारण ही देवरिया की सीट पर उपचुनाव हो रहा है. उपचुनाव की घोषणा से पहले पिंटू सिंह को अपने पिता की जगह टिकट का बड़ा दावेदार माना जा रहा था. जनमेजय सिंह के जीवित रहते वही क्षेत्र का कामकाज संभालते रहे हैं. ऐसे में उम्मीद ज्यादा थी कि पार्टी उन्हें टिकट देगी. हालांकि भाजपा ने पिंटू सिंह को टिकट नहीं दिया है. पार्टी ने देवरिया से सत्य प्रकाश मणि त्रिपाठी को टिकट दिया है. नामांकन के आखिरी दिन पिंटू सिंह ने भी पर्चा दाखिल कर दिया है.

जाहिर तौर पर वे भाजपा के वोटबैंक में ही सेंध लगाएंगे. पार्टी के लिए ये किसी चुनौती से कम नहीं होगा.बता दें कि जनमेजय सिंह 2012 से लगातार दूसरी बार देवरिया सीट से भाजपा के विधायक चुने गये थे. इसी साल अगस्त के महीने में जनमेजय सिंह का निधन हो गया था. नामांकन दाखिल करने से पहले पत्रकारों से बातचीत में पिंटू सिंह ने कहा कि पिता जी की तेरहवीं में आये पार्टी के बड़े जिम्मेदार नेताओं ने उनसे चुनाव की तैयारी के लिए कहा था और टिकट के लिए आश्वस्त किया था. उसके बाद अचानक मेरा टिकट काट दिया गया.