देवरिया टाइम्स
रुद्रपुर के बाबा दुग्धेश्वर नाथ मंदिर के समीप स्थित एक निजी अस्पताल में इंजेक्शन लगने के बाद एक युवक की हालत बिगड़ गई। कुछ ही देर बाद उसकी मौत हो गई। इससे नाराज स्वजनों ने चिकित्सक पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को शांत कराया।
क्षेत्र के अमौनी आराजी गांव निवासी घनश्याम यादव (25) पुत्र शंभूनाथ यादव अपना नीजी ट्रक चलवाते थे। मंगलवार की सुबह करीब आठ बजे वह घर से अपनी बुलेट मोटर सायकिल से पेट्रोल पंप पर पहुंचे। वहां पर उनका बालू लदा ट्रक खड़ा था। इसी बीच घनश्याम पेट में दर्द महसूस हुआ। पास खड़े अपने दोस्तों से यह बात बता कर वह दुग्धेश्वरनाथ मन्दिर के निकट स्थित एक नर्सिंग होम में इलाज कराने चले गए। इलाज के दौरान उनकी हालत बिगड़ गई।

जानकारी होने पर घर के लोग अस्पताल पहुंचे और घनश्याम को लेकर गौरीबाजार सीएचसी जाने लगे लेकिन घनश्याम ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। इसके बाद परिजन उसका शव लेकर प्राइवेट नर्सिंग होम पहुंचे और हंगामा करने लगे। इस दौरान चिकित्सक से भी उनकी नोकझोंक हुई। हंगामा बढ़ते देख कुछ चिकित्साकर्मी फरार हो गए जबकि कुछ ने खुद को अस्पताल के अंदर बंद कर लिया। युवक के मौत की खबर सुनते ही पूर्व विधायक अनुग्रह नारायण उर्फ खोखा सिंह, सपा के विधान सभा क्षेत्र अध्यक्ष रामसेवक यादव, अभिषेक यादव सतीश, रामनिवास यादव, हंसनाथ यादव, हरेन्द्र सिंह त्यागी, बैरिस्टर यादव, अवनीश शुक्ल, कृष्णा यादव, सभासद मुन्ना यादव, महंथ यादव सहित सैकड़ों लोगों की भीड़ जुट गई। सूचना मिलते ही प्रभारी निरीक्षक अरुण कुमार मौर्या, इंसपेक्टर क्राइम जितेन्द्र टण्डन, कस्बा इंचार्ज रामजी सिंह, एसआई रामरतन यादव, एसआई आनन्द राव, एसआई सुनील कुमार मयफोर्स मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।